रिपोर्ट – आदर्श त्रिपाठी।
गोरखपुर: सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन को रेल मंत्रालय ने विशेष रेल परियोजना में शामिल कर लिया है। मंत्रालय से अधिसूचित किए जाने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे के निर्माण विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इस प्रोजेक्ट में जमीन हो जाने से अधिग्रहण की प्रक्रिया काफी तेज हो जाएगी। जिससे निर्धारित समय के पहले ही अधिग्रहण का काम पूरा हो जाएगा।
इस व्यवस्था से निर्माण में तेजी आएगी और निर्धारित में इसका काम पूरा हो सकेगा। पूर्वोत्तर रेलवे की सबसे महत्वकांक्षी परियोजना को समय के अंदर पूरा करने के लिए निर्माण विभाग ने इस प्रोजेक्ट को विशेष परियोजना में शामिल किए जाने के लिए महाप्रबंधक के पास इसका औचित्य बनाकर मंजूरी के लिए भेजा था जिसपर महाप्रबंधक ने मुहर लगा दी है।
चार साल में पूरी करनी है परियोजना सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन को चार साल में बिछाने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। पहला चरण मार्च-24 में पूरा होगा। इसमें सहजनवा से बैदौली तक 27 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। दूसरे फेज का काम मार्च-25 तक पूरा करने की तैयारी है। इसमें बैदौली से गोलाबाजार तक 29 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का लक्ष्य रखा गयाहै। तीसरे और अंतिम चरण का काम मार्च-26 में पूरा हो जाएग। इसमें गोलाबाजार से न्यू दोहरीघाट तक 25.5 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी
2019 में कैबिनेट से मिली थी मंजूरी :-
इस परियोजना पर 17 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में स्वीकृति मिली थी। उसी समय कैबिनेट ने 1320 करोड़ का बजट भी स्वीकृत कर दिया था। इस बार प्रोजेक्ट के लिए 205 करोड़ रुपये का बजट मिला है।
111 गांवों से गुजरेगी रेल लाइन भूमि अधिग्रहण शुरू :-
सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन गोरखपुर और मऊ जनपद के 111 गांवों से होकर गुजरेगी। गोरखपुर के 104 गांवों के भू अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। रेल लाइन बिछाने के लिए इन गांवों की 359 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। पूर्वोत्तर रेलवे ने जिला प्रशासन को चिह्नित भूमि का अभिलेख सौंप दिया है। हालांकि अभी प्रक्रिया में तेजी नहीं आ सकी है। यही वजह है कि रेल मंत्रालय ने इसे विशेष परियोजना का दर्जा दिया है।
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि, दोहरीघाट-सहजनवा नई लाइन परियोजना के अन्तर्गत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के लिए, इस प्रोजेक्ट को स्पेशल रेलवे प्रोजेक्ट नामित किया गया है । इससे इस परियोजना में तेज़ी आएगी, जिसका लाभ क्षेत्र की जनता को मिलेगा।
