रिपोर्ट – यूपी टाइम्स लाईव टीम।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को बताया कि भारतीय रेल के ‘नौकरियों के बदले जमीन’ घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ छापों में एक करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की है। अपराध के माध्यम से प्राप्त 600 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला है।
केन्द्रीय एजेंसी ने कहा कि लालू परिवार और उनके सहयोगियों द्वारा किए गए निवेशों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। ईडी ने शुक्रवार को लालू प्रसाद के पुत्र व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित परिसर सहित परिवार के सदस्यों के परिसरों पर छापा मारा था। छापेमारी में 1 करोड़ नकद, 1900 अमेरिकी डॉलर, करीब 540 ग्राम सोना, सोने के 1.5 किलोग्राम जेवरात और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले।
250 करोड़ की बेनामी संपत्ति बनाई ईडी का कहना है कि करीब 600 करोड़ में से 350 करोड़ की अचल संपति खरीदी गई और 250 करोड़ रुपये बेनामी संपत्ति बनाई गई। इसमें से ज्यादातर जमीन पटना के पॉश इलाकों में गलत तरीके से तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के जरिए रेलवे में जॉब देने के नाम पर हड़प ली गई। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह की चीजें 2017 में भी हुई थी, जब वह भाजपा के विरोधी गठबंधन में थे।
पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर तेजस्वी पेश नहीं हुए –
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शनिवार को सीबीआई के समक्ष पेश नहीं हुए। उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए सीबीआई से नई तारीख की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी की गर्भवती पत्नी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। वह 12 घंटे की पूछताछ की वजह से रक्तचाप की समस्या के चलते बेहोश हो गई थीं।
