रिपोर्ट – यूपी टाइम्स लाईव टीम।
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को विवादित बयान देते हुए कहा कि हिंदू धर्मग्रंथ रामचरित मानस को प्रतिबंधित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें लिखे गए कुछ अंशों में पिछड़ी जातियों पर अपमानजनक टिप्पणियां की गईं हैं। उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर तंज कसते हुए कहा कि अगर बाबा के ही पास सारी बीमारियों का इलाज है तो सरकार बेकार में ही अस्पताल और मेडिकल कॉलेज चला रही है।
हाल ही में रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भी विवादित बयान देते हुए कहा था कि यह नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। उन्हें अपने बयान के चलते चौतरफा कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मीडिया से कहा कि हालांकि हम उसे धर्मग्रंथ नहीं मानते हैं। तुलसीदास खुद मानते हैं कि उन्होंने मानस स्वांत सुखाय के लिए लिखा है। फिर भी अगर यह ग्रंथ हैं तो पिछड़ी जातियों को नीच जाति क्यों कहा गया।
