Reported by: Girajesh Kumar Gupta
Edited by: Amit Yadav
Updated: 12 June, 2025 (Thrusday, 06:35pm)IST
मुख्य बिन्दु:
- राजस्व मामले में पुलिस का हस्तक्षेप, एक पक्ष को कब्जा दिलाने पहुंचे थानाध्यक्ष
- ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि, न्यायालय में लंबित है भूमि बंटवारे का मामला
- पक्षकारों को बिना कोई विधिक नोटिस दिए एक पक्ष को कब्जा दिलाने पहंची निचलौल पुलिस
महराजगंज/निचलौल: जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सभा कोहड़वल में पुस्तैनी भूमि विवाद का मामला न्यायालय में लंबित होने के बाद भी निचलौल पुलिस एक पक्ष को कब्जा दिलाने पहंच गई और खेत की जुताई कराकर एक पक्ष को कब्जा दिला दिया। आरोप है कि, बिना किसी नोटिस के राजस्व मामले में पुलिस द्वारा हस्तक्षेप कानून का उलंघन व राजस्व संहिता का अवमानना है।
आपको बता दें कि, पीड़ित पंकज पांडेय पुत्र सुरेन्द्र ने बताया कि, निचलौल थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम कोहड़वल में उनके पट्टीदारों से पुस्तैनी भूमि का वाद न्यायालय में चल रहा है जो अभी सिविल जज सीनियर डिवीजन महराजगंज के न्यायालय में लंबित है। उक्त भूमि के फाटबंदी का वाद न्यायालय उपजिलाधिकारी निचलौल में चल रहा था जिसके खारिज होने के बाद कमिश्नरेट गोरखपुर में अपील में लंबित है। आज निचलौल थानाध्यक्ष द्वारा जबरदस्ती उक्त भूमि पर एक पक्ष को कब्जा दिलाया गया है। उन्होंने बताया कि, राजस्व टीम द्वारा उन्हें किसी प्रकार की कोई नोटिस भी नहीं दी गई है। उन्होंने उक्त भूमि के बावत जान-माल खतरा हेतु पुलिस अधीक्षक महराजगंज को शिकायती प्रार्थना पत्र भी दिया था परन्तु किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं इस मामले में थानाध्यक्ष निचलौल अखिलेश कुमार वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, उक्त भूमि के फाटबंदी का वाद उपजिलाधिकारी निचलौल द्वारा निस्तारित कर दिया गया था। पक्षकार पंकज, धीरेन्द्र व अखिलेश को फोन के माध्यम से सूचित कर दिया गया था परन्तु वे आना-कानी कर रहे थे आज पुलिस व राजस्व टीम द्वारा उपजिलाधिकारी निचलौल के आदेश का अनुपालन किया गया है।
वहीं इस प्रकरण में क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझे थाना से फोन आया था, थाने के सूचना के आधार पर मैं पहंचा था।
यह प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है, नियम ये कहता है कि जितने भाई होते हैं उनको समान रूप से हिस्सा दी जानी चाहिए, यदि मुकदमे में कोई डिक्री होती है तो उसका अनुपालन कराया जाता है। …… नन्द प्रकाश मौर्य, उपजिलाधिकारी निचलौल
आखिरकार इस पूरे प्रकरण में यह बात तथ्यों से परे है कि, थाना द्वारा राजस्व निरीक्षक को क्यों सूचित किया गया। जबकि, नियमावली यह कहती है कि, राजस्व टीम अपनी सुरक्षा हेतु पुलिस बल की मदद लेती है।