रिपोर्ट – यूपी टाइम्स लाईव टीम।
प्रयागराज : उमेश पाल और उनके सुरक्षाकर्मियों की हत्या करने वाले पूरी तरह बेखौफ थे। उन्होंने न तो नकाब पहना था और न ही किसी और तरीके से अपना चेहरा छिपाया था। उनकी हरकतें सभी ने देखी। सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों का हुलिया कैद हुआ है। उमेश के परिजनों ने भी शूटरों को देखा और पहचाना। इसी आधार पर अतीक अहमद के पूरे परिवार व अन्य शूटरों को नामजद किया है। जयंतीपुर निवासी उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने एफआईआर दर्ज कराई है कि उनके पति राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। 2006 में अतीक ने उनके पति को अपने पक्ष में गवाही देने के लिए अगवा किया था। अपहरण कांड में अतीक पर केस दर्ज कराया। इस केस में कचहरी में बहस चल रही थी। 24 फरवरी को उमेश पाल अपने गनर संदीप और राघवेंद्र के साथ कोर्ट से शाम को लौटते ही घर के पास अतीक अहमद के बेटे, गुड्डू मुस्लिम व गुलाम आदि ने गोली व बम से हमला कर दिया।
इस में उमेश पाल और गनर संदीप की मौत हो गई।
उमेश को 13 व गनर को पांच चोटें पंचनामा व पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि गनर संदीप को पांच चोटें आई थीं। उनको बम व दो गोली मारी गई थी। उमेश को बम व सात गोलियां मारी गई थीं। उनके शरीर पर 13 निशान मिले हैं। उधर, दूसरे गनर राघवेंद्र की हालत अभी तक नाजुक बनी हुई है।
