Reported by: Nagendra Vishwakarma
Edited by: Adarsh Tripathi
महराजगंज/सिसवां: जनपद में फर्जी सरकारी आवास का मामला थम नहीं रहा हैं। शिकायती जांच के आधार पर कई ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पर कार्यवाही भी हो चुका हैं। इसके बावजूद कई फर्जी कारनामे निकलकर सामने आ रहे हैं। नया मामला जनपद के विकास खण्ड सिसवा अंतर्गत मथनियाँ का हैं जहां एक व्यक्ति द्वारा कूटरचित और फर्जी दस्तावेज बनवाकर सरकारी भवन का लाभ लिया जा रहा हैं।मथनियाँ ग्राम निवासी उमाशंकर प्रसाद ने परियोजना निदेशक ग्राम विकास अभिकरण महराजगंज को एक लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा हैं कि सुधीराम पुत्र जोखू निवासी मथनियाँ द्वारा कुछ वर्ष पूर्व एक दुर्घटना दिखाकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर 50% विकलांगता प्रमाण पत्र बनवा लिया हैं जो वर्तमान समय में शारिरिक रूप से पूर्णरूप से स्वस्थ हैं। जिसको वर्तमान ग्राम प्रधान द्वारा विकलांग प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी भवन का लाभ दिया जा रहा हैं। सुधीराम पुत्र जोखू को पूर्व में इंदिरा आवास का भी लाभ मिल चुका हैं तथा उसके पास पक्का मकान भी हैं। इसके बावजूद सरकारी भवन के पात्रता सूची में नाम डालकर एक बार फिर आवास का लाभ दिया जा रहा हैं। ग्राम सभा मे अन्य कई ऐसे विकलांग पात्र व्यक्ति है लेकिन उन्हें आवास नही दिया जा रहा हैं। ग्राम प्रधान द्वारा अपात्र को पात्र बनाने के लिए एक नये तरीके के अनुसार सुधीराम के पुराने मकान के कुछ हिस्से को तोड़वाया जा रहा हैं जिससे जांच में पात्र पाया जाय। शिकायतकर्ता उमाशंकर प्रसाद ने जांच कर कार्यवाही का मांग किया हैं।
इस प्रकरण में जब ग्राम विकास अधिकारी विनय शर्मा से पूछा गया तो, उनके द्वारा किसी तरह का कोई जबाब नहीं मिला।
