Reported by: Adrash Tripathi
Edited by: Amit Yadav
Updated: 21 June, 2025 (Saturday, 09:34pm)IST
- संपूर्ण समाधान दिवस में सुनी लोगों की समस्या, त्वरित निस्तारण हेतु दिए निर्देश।
- पत्थर नसब के उपरांत पत्थर उखाड़े जाने को लेकर जिलाधिकारी सख्त, दिए एफआईआर कराने के निर्देश।
- शिकायत निस्तारण में पारदर्शी व्यवस्था लागू करें अधिकारी: जिलाधिकारी
महराजगंज: 21 जून 2025, जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा द्वारा तहसील फरेंदा में संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जनशिकायतों की सुनवाई की गयी।
जनशिकायतों की सुनवाई करते हुए जिलाधिकारी के समक्ष कुल 190 मामले आये, जिनमें उनके द्वारा मौके पर ही 28 प्रकरणों को मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया। अवशेष जनशिकायतों को संबंधित अधिकारियों को प्रेषित करते हुए जिलाधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए समयांतर्गत और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी पिपरा विशंभरपुर और फरेंदा खुर्द में संयुक्त टीम भेजकर प्रकरण के निस्तारण हेतु कहा।
जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में पत्थर नसब के उपरांत पत्थर उखाड़ने की शिकायतों को बेहद गंभीर माना और सख्त रुख अपनाते हुए ऐसे सभी प्रकरणों में एसडीएम, तहसीलदार और कानूनगो को जांच कर शिकायत सही होने पर दोषियों के विरुद्ध एफआईआर का निर्देश दिया। जिलाधिकार ने चकरोड पर कब्जा व मिट्टी पटान न होने की शिकायतों के संदर्भ में संयुक्त टीम गठित कर प्रकरणों के त्वरित निक्षेपण का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि विवाद के प्रकरणों को हल्के में न लें और उचित व पारदर्शी कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि लोगों का भरोसा मजबूत हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी शिकायत निस्तारण की व्यवस्था को पारदर्शी बनाएं और निस्तारण में जिसके खिलाफ फैसला हुआ है, उसकी काउंसलिंग भी करने का प्रयास करें। उन्होंने प्राप्त शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने और निस्तारण आख्या को विभागाध्यक्ष द्वारा व्यक्तिगत स्तर पर देखने के लिए कहा, ताकि गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को सुनिश्चित किया जा सके।
संपूर्ण समाधान दिवस में पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा, उपजिलाधिकारी फरेंदा प्रतीक्षा त्रिपाठी, सीएमओ डॉ श्रीकांत शुक्ला, परियोजना निदेशक रामदरश चौधरी, सीओ फरेंदा दीपशिखा , तहसीलदार वशिष्ठ वर्मा सहित अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।