Reported by: Amit Yadav
Edited by: Adrash Tripathi
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मामला संज्ञान में आने के बाद कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने महाविद्यालयों द्वारा समय से पूर्व नामांकन न अपडेट करने को लेकर नाराजगी व्यक्त की है।
हजारों की संख्या में अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के ऑनलाइन अंक पत्र बिना एनरोलमेंट नंबर के ही जारी कर दिए गए हैं। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के करीब पांच सौ और कॉलेजों के पांच हजार से अधिक विद्यार्थी इससे प्रभावित हुए हैं। अब परीक्षा विभाग ने इसकी सुधि ली है।
सर्व पोर्टल का लाभ नहीं उठा पा रहे छात्रों की समस्या की खबर गुरुवार को मीडिया में आने के बाद परीक्षा विभाग हरकत में आया। परीक्षा नियंत्रक कार्यालय से विश्वविद्यालय के सम्बंधित विभागों और सम्बंधित कॉलेजों को आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के छात्रों के अंक-पत्र, उपाधि एवं सारणीयन- पंजिका मुद्रण किए जाने के लिए नामांकन संख्या भरने के लिए विश्वविद्यालय के पोर्टल पर 23 जुलाई से चार अगस्त लेख लिंक खोला गया था। लेकिन कई कॉलेज और विभागों ने नामांकन संख्या उपलब्ध नहीं कराया। इसकी वजह से अंकपत्र छपवाने में परेशानी हो रही है। मामले में कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है।
परीक्षा नियंत्रक द्वारा जारी आदेश के मुताबिक यदि विभाग और महाविद्यालयों ने सात सितंबर तक नामांकन संख्या अपडेट नहीं किया तो अंकपत्र छपने के बाद इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। इसके बाद सुधार करने के लिए भी अर्थदंड लगाया जाएगा। इस मामले में यह कॉलेजों को दिया जाने वाला तीसरा रिमाइंडर है।