Reported by: Adrash Tripathi
Edited by: Amit Yadav
Updated: 9 October 2024 (Wednesday, 9:48pm) IST
महराजगंज: साइबर क्राईम के बढ़ते क्रम में महराजगंज के एक अभिभावक की सतर्कता से एक साइबर अपराधी की डिजिटल अरेस्ट करने की योजना नाकाम हो गई। घटना तब हुई जब एक व्यक्ति ने खुद को गोरखपुर कोतवाली का पुलिस कर्मी बताते हुए अभिभावक को फोन किया था।
फोन करने वाले ने कहा कि उनका बेटा किसी अपराधिक मामले में पकड़ा गया है। इस दौरान अपराधी ने अभिभावक से एक रोते हुए बच्चे की बात कराई, जिसे अपराधी ने उसके बेटे के रूप में पेश किया। हालांकि, अभिभावक ने सतर्कता दिखाई और तुरंत बच्चे की आवाज पर संदेह जताते हुए कहा कि वह आवाज उनके बेटे की नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि उनका बेटा कैसे किसी अपराध में संलिप्त हो सकता है, क्योंकि वह सातवीं कक्षा में पढ़ता है और अभी स्कूल में है। अभिभावक ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई के समय छात्रों को कैंपस से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। इसके बाद अभिभावक ने कॉलर से उसकी पहचान पूछनी शुरू कर दी, जिससे अपराधी ने घबराकर कॉल काट दी।
गोरखपुर कोतवाली का पुलिस कर्मी बन पाकिस्तानी नंबर से किया था कॉल:-
जिला महराजगंज के श्यामदेउरवा थाना के हरपुर तिवारी क्षेत्र के सियारहीभार गांव निवासी नियाजुल्लाह खान के दो बच्चे गोरखपुर के एक स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल वाहन से घर से ही आते-जाते हैं। साइबर अपराधी ने जिस नंबर से फोन कॉल किया था वह फोन नंबर पाकिस्तानी नंबर निकला। इसका खुलासा अभिभावक ने कॉल सर्च करने के बाद किया। अभिभावक ने इस घटना के तुरंत बाद अपने बेटे के स्कूल में फोन करके उसकी स्थिति की पुष्टि की, जिससे पता चला कि उनका बेटा सुरक्षित रूप से क्लास में है।
पुलिस के जागरूकता कार्यक्रम से झांसे में आने से बचा अभिभावक:-
अभिभावक ने बताया कि महाराजगंज पुलिस द्वारा साइबर अपराध, डिजिटल ठगी और डिजिटल अरेस्ट से संबंधित जागरूकता अभियान चलाया जाता है, जिसकी वजह से वह पहले से ही इस तरह के फोन कॉल्स को लेकर सतर्क थे। अनजान नंबर से फोन आने के बाद उन्हें शक हुआ कि यह एक धोखाधड़ी का प्रयास है और इसीलिए उन्होंने निडर होकर अपराधी से बात की। उसके झांसे में नहीं आए।
इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि, साइबर सुरक्षा को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अनजान कॉल व लिंक से लोगों को सावधान रहना चाहिए। साइबर फ्राड की घटना में दौरान साइबर हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना देनी चाहिए।