
Reported by: Yashwant Maurya
Edited by: Adrash Tripathi
Updated: 16 December, 2024 (Monday, 12:49pm)IST
गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे में मुख्य संरक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत मुकेश मल्होत्रा के सरकारी बंगले पर बुलाकर उनके चपरासी ने एक युवक से नौकरी के नाम पर पांच लाख की ठगी कर ली। आरोपित चपरासी मनीष यादव ने खुद को साहब का खास बताया और बेलीपार के महावीर छपरा निवासी विनोद कुमार को दिनभर बंगले पर बैठाने के बाद फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया। विनोद जब नियुक्ति पत्र लेकर रेलवे में नौकरी ज्वाइन करने पहुंचे तो उसे जालसाजी का पता चला। तहरीर के आधार पर कैंट थाने में केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
विनोद ने पुलिस को बताया कि नौकरी की तलाश के दौरान उसकी मुलाकात मनीष यादव ने हुई। मनीष ने बताया था कि कई लोगों को पांच-पांच लाख रूपये दिलाकर चतुर्थ श्रेणी खलासी के पद पर नौकरी दिला चुका हूं। इसके बाद वह मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा के बंगले पर ले गया और कहा कि साहब मुझ पर काफी विश्वास करते हैं और तुम्हें नौकरी निश्चित रूप से दिला देंगे। विनोद ने मनीष यादव की बात पर विश्वास करके अपनी मां के जेवरात बेचकर तथा जमीन बंधक रखकर पांच लाख रूपये की व्यवस्था की और 10 मई को मनीष यादव को नगद रूपये दे दिया।
रूपये लेने के बाद मनीष यादव ने कहा कि साहब से मेरी बात हो गई है, तुम मुझे अपना मार्कशीट, आधार, पैन कार्ड, फोटो दे दो, जिससे प्रक्रिया चालू हो जाए। फिर बंगले पर बुलाया और सभी दस्तावेज लेने के बाद एक नियुक्ति पत्र दे दिया गया। बताया गया कि 01 अक्तूबर 2024 को नियुक्ति पत्र लेकर मुख्य संरक्षा अधिकारी के कार्यालय में चले जाना और ज्वाइन कर लेना। वहां जाने के बाद जालसाजी की जानकारी हुई। अब पीड़ित ने केस दर्ज कराया है।