कल शिव की आराधना से गूंज उठेगा मन्दिर, सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन मुस्तैद 

Reported by: Adrash Tripathi 

Edited by: Amit Yadav 

Updated: 25 February, 2025 (Tuesday, 11:06am)IST

महराजगंज: फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाई जाती है। इस साल पूरे जिले में महाशिवरात्रि का पर्व बुधवार को मनाई जाएगी। निचलौल क्षेत्र के पंचमुखी इटहिया शिवमन्दिर में तहसील प्रशासन ने मेले को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। इटहिया शिवमन्दिर में महाशिवरात्रि के मौके पर इस साल भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में हजारों श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे।

महाशिवरात्रि पर्व को लेकर शिवमंदिरों में साधु-संतों का जमावड़ा शुरू हो गया है। भजन-संकीर्तन की गूंज सुनाई देने लगी है। हर घर में भगवान भोलेनाथ की पूजा की तैयारी है। निचलौल क्षेत्र के ईटहियां पचमुखी शिवलिंग की दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। एसडीएम शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व पर शिवमंदिर इटहिया में प्रति वर्ष होने वाले अपार भीड़ को देखते हुए मेला परिसर के अंदर व बाहर के आस-पास स्थानों पर साफ-सफाई कराई गई है। मेला परिसर में कतारबद्ध दुकान लगाने का निर्देश दिया गया है। वहीं कटहरा के शिवमंदिर, कांक्षेश्वरनाथ मंदिर, बहुरहवा बाबा शिवमंदिर, हरपुर महंथ शिवमंदिर में पूजन व दर्शन की व्यवस्था खास बना है।

इटहिया मेले में पहुंचने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस की रहेगी नजर:-

सीमावर्ती क्षेत्र के सुप्रसिद्ध इटहिया पंचमुखी शिवमन्दिर में महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले को लेकर तैयारियां पूरी कर लिया गया है। इस वर्ष मंदिर के सुरक्षात्मक निगरानी के लिए कुल 40 सीसी कैमरे गए हैं, जिससे मंदिर परिसर के सभी छोटे बड़ी गतिविधियों पर चौकस नजर रखी जाएगी। एसडीएम शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि इटहिया पंचमुखी शिवमन्दिर में तहसील के 45 लेखपालों व 17 अमीनों को दिन में लगाया गया है। जिनमें 30 लेखपालों को चंदा काउंटर तथा 15 लेखपालों को परिसर के अंदर स्थापित दुकानों का किराया वसूली के लिए लगाया गया है। मेले के दिन एक स्वास्थ्य टीम को भी लगाया गया है। ठूठीबारी कोतवाली प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मेले के दिन छह थानों के थानाध्यक्ष, दस सब इंस्पेक्टर, 78 पुरुष सिपाही तथा 20 महिला पुलिस, चार ट्रैफिक व फायर ब्रिगेड की गाड़ी विशेष रूप से तैनात रहेगी। वहीं भीड़ नियंत्रण करने के लिए कुल सात जगह बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गई है। ताकि मेले में आने-जाने वाले लोगों पर पुलिस की नजर रहे।

अपने भक्तों की हर मुरादें पूरी करते हैं कटहरा के भगवान भोलेनाथ:-

सदर क्षेत्र के ग्राम कटहरा स्थित शिव मन्दिर घने जंगलों के बीच में स्थित है। बताया जाता है कि वह स्थान पहले खण्डहर के रूप में था। वर्ष 1948 में कुछ लोग यहां आकर बस गए। प्राकृतिक सौन्दर्य एवं वनों से आक्षादित यह मंदिर, बौद्ध कालीन है। गौतम बुद्ध की माता गौतमी गर्भावस्था में इसी मंदिर के रास्ते से होकर लुम्बिनी नेपाल गई थी। इस क्षेत्र के जमीदार अफजल खान ने डुग्गी मुनादी लगवा लोगों को यहां बसने का आग्रह किया, लेकिन यहां कोई बसना नहीं चाहता था, क्योंकि जंगल में काफी संख्या में हिंसक जानवर रहते थे। बाद में लोगों ने जंगलों को काटकर कृषि योग्य भूमि तैयार किया। मन्दिर के उत्तर तरफ तीन विशाल पोखरे आज भी मौजूद है। महाशिवरात्रि पर्व पर कटहरा शिव मन्दिर में हर साल हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों की हर मुरादें पूरी करते हैं।

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